ट्रंप का एकाउंट सस्पेंड किए जाने पर भड़कीं कंगना, कहा ट्विटर को इस्लामिक राष्ट्र ने खरीद लिया

हिंसा भड़काने के आरोप में डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर एकाउंट सस्पेंड होने से नाराज़ कंगना ने ट्विटर सीईओ पर आरोप लगाया कि उन्हें इस्लामिक देशों और चीनी प्रॉपगैंडा ने पूरी तरह खरीद लिया है

Updated: Jan 10, 2021, 07:45 PM IST

Photo Courtesy: Filmi Beat
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नई दिल्ली। विवादित बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में मैदान में आ गयीं हैं। बीजेपी नेताओं के बाद अब कंगना ने भी ट्वीटर को निशाने पर लिया है। कंगना ने आरोप लगाया है कि ट्वीटर को इस्लामिक मुल्कों और चीनी प्रॉपगैंडा ने खरीद लिया है।

कंगना ने ट्विटर के प्रमुख जैक डोर्से के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए ऐसे आरोप लगाए हैं। साल 2015 के उस ट्वीट में जैक ने लिखा है कि "ट्विटर अभिव्यक्ति की आजादी का समर्थन करता है। हम सत्ता के सामने निडर होकर सच बोलने और डायलॉग को मज़बूत करने के पक्ष में खड़े हैं।" कंगना ने इस ट्वीट को झूठा बताते हुए लिखा है, "नहीं, आप ऐसा नहीं करते हैं। इस्लामिक राष्ट्र और चीनी प्रॉपगैंडा ने आपको पूरी तरह खरीद लिया है। आप सिर्फ अपने फायदे के लिए स्टैंड लेते हैं। आप दूसरों के विचारों के प्रति बेशर्मी से असहिष्णुता दिखाते हैं। आप अपने लालच के गुलाम हैं, इससे ज्यादा कुछ नहीं। आइंदा ऐसे प्रवचन न दें, यह बेहद शर्मनाक है।'


दरअसल, माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया है। कंपनी की ओर से यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि ट्रंप लगातार सोशल मीडिया पर झूठ बोलकर भीड़ को हिंसा के लिए उकसा रहे थे। ट्विटर के इस फैसले का जहां दुनियाभर में स्वागत हो रहा है वहीं भारत में बीजेपी के कई नेता इसका विरोध कर चुके हैं। कंगना से पहले बीजेपी के कई नेता ट्रंप के समर्थन और ट्विटर के खिलाफ बयान दे चुके हैं।

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बीजेपी नेताओं का कहना है कि ट्विटर ने जिस तरह हिंसा भड़काने के मामले में ट्रंप का एकाउंट सस्पेंड किया वह ठीक नहीं है। बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद तेजस्वी सूर्या ने ट्विटर के इस निर्णय को खतरनाक बताया है। सूर्या ने ट्वीट किया, 'जो लोग अबतक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि ये अनियंत्रित बड़ी टेक कंपनियां हमारे। लोकतंत्र के लिए खतरा हैं, उनके लिए यह निश्चित ही एक वेकअप कॉल है। जब ट्विटर अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ ऐसा कर सकता है तो किसी के साथ भी कर सकता है।'  बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय भी ट्रंप का एकाउंट सस्पेंड किए जाने का विरोध करते हुए इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी के खिलाफ बता चुके हैं।

ट्रंप पर कार्रवाई से भारत में क्यों है बेचैनी

सवाल ये है कि अपने समर्थकों की भीड़ को उकसाकर अमेरिकी संसद पर हमला करवाने के आरोपों में घिरे डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड होने से बीजेपी के नेताओं को इतनी परेशानी क्यों हो रही है? इसकी एक वजह तो यह हो सकती है कि ट्रंप का अकाउंट सस्पेंड होने के बाद अब भारत में भी हिंसा भड़काने वालों के ट्विटर एकाउंट बंद करने की मांग तेज़ होने लगेगी। भारत में कई लोगों ने ट्विटर से मांग कर भी दी है कि उसे कपिल मिश्रा, अमित मालवीय व तेजस्वी सूर्या जैसे लोगों के एकाउंट पर भी कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि ये भी झूठ और नफरत फैलाकर हिंसा को बढ़ावा देने का काम करते हैं। कांग्रेस नेता श्रीवत्स ने कहा है कि भारत में नफरत स्वीकार्य नहीं है। अगली बार यदि अमित मालवीय व तेजस्वी सूर्या जैसे नेता लोगों के बीच हिंसा व नफरत फैलाते हैं तो उन्हें भी अमेरिका की तरह जवाबदेह ठहराया जाए।