पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती हुए नवाब मलिक, ईडी अफसरों और डॉक्टर्स में हुई बहस
महाराष्ट्र NCP के दिग्गज नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 3 मार्च तक ED की हिरासत में भेजा गया
मुंबई। ईडी की कस्टडी में रखे गए NCP नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की तबियत बिगड़ने की खबर है। बताया जा रहा है कि मलिक को पेट में दर्द की शिकायत के बाद मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। दरअसल, एनसीपी नेता को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 3 मार्च तक ED की हिरासत में भेजा गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक नवाब मलिक कल देर रात से ही पेट में दर्द की शिकायत कर रहे थे। जिसके बाद आज ईडी की टीम उन्हें चेकअप के लिए जेजे अस्पताल ले गई थी। यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद ईडी को उन्हें एडमिट कराने की सलाह दी। जिसके बाद नवाब मलिक को जेजे अस्पताल में एडमिट किया गया। बताया जा रहा है कि नवाब मलिक को जेजे अस्पताल में एडमिट कराने को लेकर अस्पताल के डाक्टरों और ईडी के अधिकारियों की बीच बहस भी हुई। इस मामले को देखने के लिए ईडी के तीन बड़े अधिकारी जेजे अस्पताल पहुंचे हैं।
Hon. @nawabmalikncp saheb has been admitted to JJ hospital for medical reasons.
— Office of Nawab Malik (@OfficeofNM) February 25, 2022
मलिक के कार्यालय ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि उनको इलाज के लिए सरकारी जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मलिक को गिरफ्तार किया था और वह तीन मार्च तक उसकी हिरासत में हैं। मलिक के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि ‘नवाब मलिक साहब को चिकित्सा कारणों से जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक की गिरफ्तारी के तुरंत बाद प्रवर्तन निदेशालय ने कहा था कि उन्होंने सॉलिडस इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 300 करोड़ के प्लॉट महज कुछ लाख में खरीदी। यह जमीन डी-गैंग द्वार सताए गए मुनीरा प्लम्बर की थी। ईडी का आरोप है कि इस कंपनी का मालिकाना हक नवाब मलिक के परिवार के पास है। जांच एजेंसी ने यह भी कहा है कि इसका नियंत्रण हसीना पारकर सहित डी-गैंग के सदस्यों के पास भी था।