असली लड़ाई तो 2024 में होगी, साहेब के झूठे नैरेटिव में न फंसें: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि राज्यों के नतीजे लोकसभा चुनाव के नतीजे तय नहीं करते, प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी झूठे नैरेटिव के ज़रिए विपक्ष के ऊपर मनोवैज्ञानिक फायदा उठाना चाहते हैं
नई दिल्ली। चुनावी राज्यों के परिणाम सामने आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर प्रशांत किशोर ने निशाना साधा है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने प्रधामंत्री मोदी पर झूठा नैरेटिव गढ़ने का आरोप लगाया है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि असली लड़ाई 2024 में होगी, साहेब के झूठे नैरेटिव में फंसने की कोई जरूरत नहीं है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि हिंदुस्तान की लड़ाई 2024 में लड़ी जाएगी और इसके परिणाम भी उसी वक्त आएंगे। साहेब खुद भी यह बात जानते हैं। इसलिए वे विपक्ष के ऊपर मनोवज्ञानिक फायदा लेने के लिए ऐसी चालाकी कर रहे हैं। इस झूठे नैरेटिव में फंसने या इसका हिस्सा बनने की कोई ज़रूरत नहीं है।
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को चुनावी राज्यों के परिणाम आने के बाद बीजेपी मुख्यालय में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि 2022 के परिणामों ने 2024 के नतीजे तय कर दिए हैं। प्रधानमंत्री का इशारा साफ था कि यह नतीजे इस बात की ओर इशारा करने जा रहे हैं कि केंद्र में अगली बार भी बीजेपी ही सत्ता में आएगी।
Battle for India will be fought and decided in 2024 & not in any state #elections
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) March 11, 2022
Saheb knows this! Hence this clever attempt to create frenzy around state results to establish a decisive psychological advantage over opposition.
Don’t fall or be part of this false narrative.
प्रधनामंत्री के इसी दावे को प्रशांत किशोर ने सिरे से खारिज किया है। इसके साथ ही उन्होंने अगले लोकसभा चुनाव का इंतजार करने के लिए कहा है। बीते कुछ दिनों से सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर एंटी बीजेपी फ्रंट बनाने पर ज़ोर दे रहे हैं। इसके लिए वे तमाम राज्यों में गैर बीजेपी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। पिछले दिनों यह खबर आई थी कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार को विपक्ष राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर सकता है। नीतीश कुमार को मनाने की जिम्मेदारी भी प्रशांत किशोर को सौंपी गई है।