सोनिया गांधी को मिली अस्पताल से छुट्टी, डॉक्टरों ने दी आराम करने की सलाह

सोनिया गांधी इस महीने के शुरुआत में ही कोरोना के चपेट में आ गईं थीं, 12 जून को तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अब 23 जून को ईडी के सामने हो सकती हैं पेश

Updated: Jun 21, 2022, 03:49 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। मंगलवार शाम वह गंगाराम अस्पताल से डिस्चार्ज हुईं। फिलहाल डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। हालांकि, माना जा रहा है कि नेशनल हेराल्ड केस में अपना जवाब देने के लिए वह 23 जून को ईडी के सामने पेश हो सकती हैं।

दरअसल, सोनिया गांधी इस महीने 2 जून को कोरोना वायरस के चपेट में आ गईं थीं। डॉक्टरों के सलाह पर वह घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहीं थी। हालांकि, 12 जून को अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई। आनन फानन में उन्हें गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान देशभर में उनके समर्थक शीघ्र स्वस्थ होने की दुआ कर रहे थे। 

अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अब माना जा रहा है कि 23 जून को वह ईडी के सामने पेश होंगी। ईडी ने सोनिया गांधी को इससे पहले आठ जून को पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने की वजह से जांच एजेंसी ने नए सिरे से समन जारी कर 23 जून को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है।

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फिलहाल ये स्पष्ट नहीं है कि वह 23 जून को पेश होंगी या नहीं। यह पूरी तरह उनके स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। उधर राहुल गांधी से ईडी ने आज भी पूछताछ की है। राहुल गांधी आज सुबह करीब 11.15 मिनट पर ईडी ऑफिस पहुंचे थे। इससे पहले प्रवतर्तन निदेशालय ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष से सोमवार से बुधवार तक लगातार 3 दिन पूछताछ की थी। ईडी की राहुल गांधी से पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने आज एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन किया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की। कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति के समक्ष राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पार्टी सांसदों के साथ दिल्ली पुलिस के दुर्व्यवहार तथा अग्निपथ योजना का मुद्दा उठाया। प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, जयराम रमेश और कई अन्य नेता शामिल थे।