एनडीए के विजय सिन्हा भारी हंगामे के बीच चुने गए बिहार विधानसभा के अध्यक्ष

एनडीए उम्मीदवार विजय सिन्हा के पक्ष में पड़े 126 वोट, महागठबंधन के अवध बिहारी चौधरी को मिले 114 मत, सदन की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित

Updated: Nov 25, 2020, 07:41 PM IST

Photo Courtesy : Hindustan
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पटना। बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष एनडीए के विजय सिन्हा होंगे। सदन में विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव होने के बाद प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी ने उनके स्पीकर पद पर निर्वाचित होने की घोषणा की। मांझी ने कहा कि हां के पक्ष में 126 और ना के पक्ष में 114 वोट पड़े हैं। हां के पक्ष में बहुमत है। विजय सिन्हा लखीसराय से भाजपा के विधायक हैं।

बुधवार को हंगामे के बीच चले सदन में मत विभाजन से अध्यक्ष पद का फैसला हुआ। एनडीए प्रत्याशी विजय सिन्हा के पक्ष में 126 विधायकों ने खड़े होकर अपना समर्थन दिया, जबकि उनके विरोध में 114 विधायक खड़े हुए थे। नवनिर्वाचित अध्यक्ष विजय सिन्हा को सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन की परंपरा के अनुसार साथ ले जाकर आसन ग्रहण करवाया। 

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी नेता सुशील मोदी ने इसे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की साजिश पर एनडीए की जीत बताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'लालू प्रसाद की साज़िश को NDA ने नाकाम कर दिया। बिहार विधान सभा के अध्यक्ष पद के चुनाव में श्री विजय कुमार सिन्हा के निर्वाचित होने पर बधाई।' 

 

 

गौरतलब है कि सत्ता पक्ष के विजय सिन्हा के मुकाबले महागठबंधन की ओर से अवध बिहारी चौधरी को प्रत्याशी बनाकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया गया था। स्पीकर का चुनाव सदन में बहुमत का खेल है और जिस गठबंधन के पास ज्यादा विधायकों की संख्या होगी, उसकी जीत तय है। यानी जिसकी सरकार होती है उसका ही अध्यक्ष होता है। इसलिए आमतौर पर वोटिंग नहीं की जाती है। ऐसे में बिहार विधानसभा के इतिहास में 51 साल बाद बिहार विधानसभा अध्यक्ष के लिए इस प्रकार से वोटिंग हुई है।

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बिहार विधानसभा में संख्या बल की बात करें तो एनडीए गठबंधन के पास एलजेपी एवं निर्दलीय को मिलाकर 127 विधायक हैं, जबकि महागठबंधन के पास मात्र 110 विधायक हैं। ओवैसी की पार्टी ने अभी तक अपना स्टैंड क्लियर नहीं किया है। 

कौन हैं विजय कुमार सिन्हा ?

बिहार विधानसभा विधानसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा बीजेपी के टिकट से चौथी बार लखीसराय से जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं। मार्च 2005 में वे पहली बार विधायक निर्वाचित हुए लेकिन अक्टूबर 2005 के चुनाव में 80 मतों से हार गए। साल 2010 में फिर जीत हासिल हुई। 2015 के बाद 2020 में भी वे लखीसराय से चुनाव जीते। साल 2017 में उन्हें एनडीए सरकार में श्रम संसाधन विभाग का मंत्री बनाया गया।

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संगठन के स्तर पर विजय कुमार सिन्हा साल 1980 में बाढ़ नगर की बीजेपी इकाई से जुड़े और 1992 में पटना महानगर भाजपा के अधीन लोकनायक मंडल के अध्यक्ष बने। वर्ष 2002 में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव, 2004 में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तो साल 2013 व 2015 में प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सहित कई अहम सांगठनिक पदों पर रहे।