टेस्ट सीरीज से पहले ही तय हो गई थी कोहली की विदाई, हटाए जाने से पहले कोहली ने खुद छोड़ दी कप्तानी

कोहली की कप्तानी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, बीच दौरे पर कोहली के कप्तानी छोड़ने ने सबको चौंका दिया है

Updated: Jan 16, 2022, 05:39 AM IST

नई दिल्ली। विराट कोहली के अचानक टेस्ट कप्तानी छोड़ने के फैसले को लेकर क्रिकेट जगत दो धड़ों में बंट गया है। हर कोई कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने से हैरान है। लेकिन एक तथ्य यह भी है कि बोर्ड पहले ही विराट कोहली से टेस्ट कप्तानी भी छीनने का मन बना चुका था। 

शनिवार शाम को विराट कोहली ने अचानक टेस्ट कप्तानी से अपनी विदाई का एलान कर दिया। इसके बाद बीच दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर विराट कोहली का टेस्ट कप्तानी छोड़ना किसी के गले नहीं उतर रहा। विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने की प्रमुख वजह दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारतीय टीम की करारी हार माना जा रहा है। कोहली के इस फैसले पर उनकी आलोचना भी हो रही है।

क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि चूंकि भारतीय टीम के पास इस वक्त टेस्ट की कमान संभालने वाला कप्तान नहीं है। ऐसे में विराट कोहली पर टीम इंडिया को बीच मंझधार में छोड़ने का आरोप भी लग रहा है। लेकिन एक तथ्य यह भी है कि बोर्ड खुद कोहली को टेस्ट कप्तानी से हटाने वाले था और विराट कोहली ने अपनी टेस्ट कप्तानी जाने से पहले खुद ही कप्तानी से किनारा कर लिया।

कोहली की कप्तानी जाने की पटकथा 

भले ही बतौर कप्तान विराट कोहली की विदाई उनके खुद के निर्णय के तौर पर देखा जा रहा हो, लेकिन खुद भारतीय क्रिकेट बोर्ड दक्षिण अफ्रीका में खेली गई टेस्ट सीरीज से पहले ही कोहली पर एक्शन लेने की तैयार कर चुका था। इसकी सबसे बड़ी वजह विराट कोहली और क्रिकेट बोर्ड के बीच सार्वजनिक हुई तकरार सबसे बड़ा कारण है। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने भारतीय क्रिकेट जगत में भूचाल पैदा कर दिया था। 

कोहली और बोर्ड के बीच हुई तकरार का ब्यौरा 

दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले बीसीसीआई ने विराट कोहली से वनडे कप्तानी छीन ली और रोहित शर्मा को टीम इंडिया का सीमित ओवरों का कप्तान बना दिया। कोहली को वनडे कप्तानी से हटाया जाना काफी चौंकाने भरा था। क्योंकि टी ट्वेंटी कप्तानी छोड़ने के बाद कोहली ने खुद यह कहा था कि वे वनडे में टीम इंडिया की अगुवाई करेंगे। 

वनडे कप्तानी से कोहली को हटाए जाने के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने मीडिया में कहा कि उन्होंने जब विराट कोहली ने टी ट्वेंटी की कप्तानी छोड़ने का मन बनाया था, तब उन्होंने खुद कोहली से टी ट्वेंटी की कप्तानी न छोड़ने के लिए कहा था। लेकिन कोहली टी ट्वेंटी की कप्तानी जारी नहीं रखना चाहते थे और टीम के सेल्कटर्स सीमित ओवरों में एक ही कप्तान होने के पक्षधर थे। 

लेकिन दक्षिण अफ्रीका रवानगी से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब कोहली से इस संदर्भ में सवाल किया गया, तब कोहली ने बीसीसीआई प्रेसिडेंट के इस दावे को खारिज कर दिया। कोहली ने कहा कि उन्हें टी ट्वेंटी कप्तानी न छोड़ने का प्रस्ताव कभी नहीं दिया गया और वनडे कप्तानी से हटाने जाने के बारे में भी उन्हें उस वक्त बताया गया जब सेलेक्टर्स टेस्ट सीरीज के लिए टीम का चयन कर रहे थे। 

बीसीसीआई ने कब बनाया कोहली को कप्तानी से हटाने का मन 

कोहली के इस बयान ने काफी विवाद खड़ा कर दिया। इसके बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि बोर्ड इस मामले को अपनी तरह से हैंडल करेगा। इसके बाद बीसीसीआई के अधिकारियों की एक मीटिंग हुई, जिसमें खुद अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह भी मौजूद थे। इस मीटिंग में दो फैसले लिए गए। पहला, कि बोर्ड का कोई भी अधिकारी मीडिया से बात नहीं करेगा। और दूसरा यह कि टेस्ट सीरीज की समाप्ति से पहले विराट कोहली पर कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा। 

इसके बाद से ही यह अटकलें तेज़ थीं कि टेस्ट सीरीज की समाप्ति के बाद बोर्ड विराट कोहली पर कोई एक्शन जरूर लेगा। टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका हाथ से जाने के बाद यह लगभग तय हो चुका था कि विराट कोहली की टेस्ट कप्तानी पर भी किसी भी वक्त गाज गिर सकती है।