दिग्विजय सिंह समेत 25 लोगों पर मुकदमा दर्ज, किसानों के मुद्दे पर दिया था धरना

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की अगुवाई में कांग्रेस के नेताओं और किसानों ने सीएम शिवराज के अनाकानी भरी रवैये के खिलाफ धरना दिया था, खुद सीएम के पीएस ने कांग्रेस नेता को फोन कर 23 जनवरी को सीएम के साथ मुलाकात फिक्स करने की बात कही थी, लेकिन अब प्रशासन ने दिग्विजय सिंह समेत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है

Updated: Jan 22, 2022, 10:13 AM IST

भोपाल। डूब प्रभावित क्षेत्र के किसानों की समस्या सुनने के लिये सीएम शिवराज ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को मिलने का समय तो दे दिया, लेकिन भोपाल प्रशासन ने दिग्विजय सिंह समेत अन्य नेताओं व किसानों पर मुकदमा दर्ज कर लिया। भोपाल प्रशासन ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह समेत कुल 25 लोगों पर महामारी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया है। यह मुकदमा शुक्रवार को सीएम शिवराज के खिलाफ किये गये प्रदर्शन के सिलसिले में किया गया है। 

शुक्रवार दोपहर को दिग्विजय सिंह की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं व पीड़ित किसानों ने राजधानी भोपाल में सीएम आवास से कुछ ही दूरी पर धरना दिया था। पीसीसी चीफ कमल नाथ भी इस धरने में शामिल होने पहुँचे थे। अब भोपाल प्रशासन ने इसी धरने के सिलसिले में कुल 25 लोगों के खिलाफ धारा 188 और 353 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। भारतीय दंड सहिता के तहत धारा 188 कोरोना नियमों के उल्लंघन के संबंध में दर्ज की जाती है। जबकि धारा 353 सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य से रोकने के संबंध में दर्ज किया जाता है। 

दरअसल दिग्विजय सिंह पिछले डेढ़ महीने सीएम शिवराज से मुलाकात का समय मांग रहे थे। वे टेम, पार्वती और सुठालिया परियोजनाओं के अंतर्गत डूब क्षेत्र में आने वाले किसानों की समस्या के निराकरण के लिये मुख्यमंत्री से मिलना चाह रहे थे। खुद कांग्रेस नेता ने सीएम शिवराज को इस संबंध में दो बार चिट्ठी भी लिखी थी। आखिरकार सीएम शिवराज ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता से मिलने के लिये समय निर्धारित किया। लेकिन ठीक एक दिन पहले यानी गुरुवार को सीएम शिवराज ने अचानक इस कार्यक्रम को रद्द करते हुए, देवास में एक कार्यक्रम में शिरकत करने का मन बना लिया। 

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सीएम के इस रवैये के खिलाफ दिग्विजय सिंह ने सीएम आवास के बाहर धरना देने का एलान किया। लेकिन शुक्रवार सुबह सुबह ही कांग्रेस नेता के घर के बाहर बैरिकेडिंग लगा दी गयी। जिसके बाद प्रदेश की सियासत में बवाल मच गया। सीएम शिवराज अपने नये कार्यक्रम के अनुसार देवास निकल लिये। तो वहीं दिग्विजय सिंह भी अपने एलान के मुताबिक किसानों और कांग्रेस नेताओं के साथ धरने पर बैठ गये।

दिग्विजय सिंह करीब तीन घंटे तक धरने पर बैठे रहे। जिसके बाद आखिरकार सीएम बैकफुट पर आ गये। सीएम के पीएस मनीष रस्तोगी ने कांग्रेस नेता को फोन कर धरना समाप्त करने की मांग की और साथ ही 23 जनवरी को सीएम से मुलाकात फिक्स किये जाने की जानकारी दी। जिसके बाद दिग्विजय सिंह ने अंतिम चेतावनी देते हुए अपने धरने को समाप्त कर दिया।

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हालांकि यह मामला अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। धरना प्रदर्शन करने के सिलसिले में कांग्रेस नेताओं और किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। जिसने आग में घी डालने का काम किया है। सीएम शिवराज के रुख को लेकर पहले से ही कांग्रेस पार्टी एक सुर में विरोध कर रही है।