सरकार राज्यमंत्री बनाना चाहती थी, मैंने मना कर दिया, कैबिनेट से निकाले जाने को लेकर छलका कुलस्ते का दर्द
फग्गन सिंह कुलस्ते ने केंद्रीय कैबिनेट में जगह नहीं मिलने को लेकर कहा कि दिल्ली उन्हें राज्यमंत्री बनाना चाहती थी। वे इसके लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने इसके लिए साफतौर पर मना कर दिया।

मंडला। केंद्रीय कैबिनेट में इस बार मंडला से सांसद व भाजपा के सीनियर आदिवासी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते को शामिल नहीं किया गया है। इसे लेकर उनका दर्द छलक पड़ा है। कुलस्ते ने कहा कि दिल्ली उन्हें राज्यमंत्री बनाना चाहती थी। वे इसके लिए तैयार नहीं थे।
कुलस्ते लोकसभा चुनाव जीतने के बाद पहली बार अपने निर्वाचन क्षेत्र मंडला के निवास पहुंचे थे। स्थानीय ऑडिटोरियम में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके लिए स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया था। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए उनकी नाराजगी सामने आई।
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कुलस्ते ने कहा कि मैं तीन बार केंद्रीय राज्यमंत्री रह चुका था। चौथी बार बनाया जा रहा था। मैंने साफतौर पर मना कर दिया। चौथी बार राज्यमंत्री बनता तो क्या करता। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से बात हुई है। भविष्य में स्वतंत्र मंत्रालय को लेकर कोई विचार होगा तो मेरे बारे में सोचेंगे।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कोई बदलाव की स्थिति में क्या आदिवासी को मौका मिलना चाहिए, इस पर कुलस्ते ने कहा कि यह निर्णय पार्टी को लेना है। कुलस्ते के इस बयान के बाद सियासत गर्मा गई है। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने को लेकर कुलस्ते की नाराजगी है। जिसको वे खुले तौर पर जाहिर नहीं कर पा रहे हैं।
भाजपा नेता फग्गन सिंह कुलस्ते ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मंडला सीट से सातवीं बार जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार सिंह मरकाम को 103846 वोटों से हराया था। इससे पहले नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें मंडला की निवास सीट से मैदान में उतारा था। इस चुनाव में कुलस्ते कांग्रेस के चैन सिंह वरकड़े से 9723 वोटों से हार गए थे।