दमोह के इस गांव में न बिजली, न तार, लेकिन पहुंच गया बिजली बिल

गांव में न ही बिजली आती है और न ही यहां बिजली के खंभे और तार लगे हैं। लेकिन गांव में बिजली बिल आ गया।

Publish: Sep 12, 2023, 06:48 PM IST

Image courtesy- AmarUjala
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दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह में अजीबो- गरीब मामला सामने आया है। जिले के हटा ब्लाक के अंतर्गत आने वाले आदिवासी बहुल चार गांवों में आज तक बिजली नहीं पहुंची। लेकिन फिर भी वहां के ग्रामीणों को बिजली के मीटर थमा दिए गए। यहां विकास की गंगा ऐसी बह रही है कि बिजली के तार और खंभे नहीं होने के बाद भी गांव वालों को बिजली बिल भेज दिए गए। 

मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने प्रदेश भर में विकास यात्रा निकाल चुकी है। लेकिन दमोह के चार गांवों से विकास कोसों दूर रह गया। जिले की हटा तहसील अंतर्गत आने वाले सूरजपुरा, डोंगरपुरा, मनकपुरा और कुंवरपुरा गांव में आजादी के इतने साल बाद भी अबतक बिजली नहीं पहुंची है। यहां अबतक बिजली सप्लाई लाइन नहीं पहुंची है। यहां के लोग सालों से बिजली का इंतजार कर रहे हैं।

वहीं बिजली विभाग के अधिकारियों ने तो गांव वालों का मजाक बना कर रख दिया है। क्षेत्र के बिजली विभाग ने गांव में बिजली के पोल और तार नहीं होने के बावजूद भी गांव वालों को बिजली के मीटर थमा दिए। हद तो तब हो गई जब एक बार गांव वालों के पास बिजली के बिल भी पहुंचा दिए गए।

गांव के निवासी कुशाल, केशु और नरेश भील ने बताया कि गांव में न खंभे लगे हैं, न तार, न कनेक्शन सिर्फ बिजली मीटर दे दिए गए हैं। और एक बार तो बिजली के बिल भी आ गए थे। जब गांव वालों ने बिजली विभाग के ऑफिस जाकर कहा कि गांव में बिजली कहां है तो सभी से तत्काल बिल वापस ले लिए गए। 

ग्रामीणों ने बताया की वे कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के पास बिजली की समस्या की शिकायत कर चुके लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इन गांवों में लगभग 300 परिवार रहते हैं। जो बिजली सहित कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।