नार्थ कोरिया में महंगाई की मार, केला 3 हजार और चाय की कीमतें 7 हजार पार

नार्थ कोरिया में बचा केवल दो महीने का राशन, देश में 8,60,000 टन खाद्यान की कमी, खाने की शार्टेज से महंगा हुआ खाने पीने का सामान, तीन गुना दाम में बिक रहा आलू

Updated: Jun 24, 2021, 02:19 PM IST

Photo Courtesy: britannica
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नार्थ कोरिया में महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। तानाशाह के देश में खाने के लिए हाहाकार मच गया है। यहां   लोगों को खाने पीने के सामान के लिए हजारों रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। महंगाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नार्थ कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में केला 3 हजार रुपए और चाय की पत्ती 5 हजार से ज्यादा में मिल रही है। यूनाइटेड नेशन के फूड एंड एग्रीकल्चरल ऑर्गनाइजेशन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नॉर्थ कोरिया में केवल दो महीने का राशन बचा है। इनदिनों देश में 8,60,000 टन खाद्यान की कमी है। यही वजह है कि यहां खाने पीने के सामान की कीमतें आसमान छूने लगी हैं।

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राजधानी प्योंगयांग में आलू तीन गुना कीमत में बिक रहा है, तो एक दर्जन केले के लिए 45 डॉलर याने 3,335 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। काली चाय का एक पैकेट 70 डॉलर याने 5,190 रुपये और कॉफी के एक पैकेट के लिए 100 डॉलर याने 7,414 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यहां खाद्यान का संकट इतना तगड़ा है कि खाने पीने की चीजों के दाम कई गुना ज्यादा हो गए हैं। वहीं देश के अन्य हिस्सों में भी कमोबेश यही हाल है। लेकिन इस बढ़ती महंगाई की वजह से लोगों का गुजर बसर करना दूभर हो गया है।

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हाल ही में नार्थ कोरिया के शासक तानाशाह किम जोंग उन ने एक बैठक में स्वीकार किया था कि नार्थ कोरिया में खाद्य का संकट है। उस बैठक में आर्थिक समस्याओं से बाहर निकालने का संकल्प भी लिया गया था।

 किम जोंग उन ने खाद्यान संकट को जल्द-से-जल्द दूर करने को कहा है। लेकिन फिलहाल इस संकट से बचने के लिए कोई सुझाव नहीं दिया गया है। किम जोंग उन ने इस बात के लिए कोई सुझाव नहीं दिया कि इस खाद्यान संकट से कैसे निपटा जाए। दरअसल पिछले साल कई तूफान आए और वहां कोरोना संकट की वजह से नॉर्थ कोरिया के सभी सीमाएं बंद कर रखी हैं। लेकिन नार्थ कोरिया ने कभी इस बात को जग जाहिर नहीं होने दिया कि उनके देश में कोरोना का कोई केस नहीं है।