लिव इन में रिश्ते खराब होने पर बलात्कार का मुकदमा नहीं बनता: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि अगर दो लोग साथ रह रहे हैं और फिर रिश्ते खराब हो जाते हैं, तो इसमें बलात्कार का मुकदमा नहीं बनता

Updated: Jul 15, 2022, 11:40 AM IST

नई दिल्ली। लिव इन और रेप को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया है। सर्वोच्च अदालत ने कहा है कि अगर लंबे समय से दो लोग साथ रह रहे हैं और बाद में उनके रिश्ते खराब हो जाते हैं, तो ऐसे में बलात्कार का आरोप लगाना सही नहीं है। 

दरअसल कई महिला और पुरुष शादी किए बगैर सालों तक पार्टनर की तरह साथ रहते हैं। हालांकि, एक वक्त ऐसा आता है कि इनके रिश्तों में खटास आ जाती है। फिर महिला पुरुष पर बलात्कार का आरोप लगा देती है। कई बार ये भी आरोप लगाया जाता है कि शादी का झांसा देकर पुरुष ने शारीरिक संबंध बनाए। लेकिन इस तरह के मामलों को लेकर सर्वोच्च अदालत का कहना है कि ऐसे में पुरुष के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा नहीं बनता।

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हालिया मामला राजस्थान का है जहां एक महिला और एक पुरुष चार सालों से साथ रह रहे थे। उनकी शादी नहीं हुई है। इस रिश्ते से उन्हें एक बेटी भी है, लेकिन फिर महिला और पुरुष के बीच रिश्ते खराब हो जाते हैं। महिला ने फिर पुरुष पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज कर दिया। राजस्थान हाई कोर्ट ने पुरुष को जमानत देने से इंकार कर दिया।

इसी मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को हाई कोर्ट का फैसला रद्द कर दिया और पुरुष को जमानत दे दी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि अगर दो लोग साथ रह रहे हैं और फिर रिश्ते खराब हो जाते हैं, तो इसमें बलात्कार का मुकदमा नहीं बनता।