Opinion at Humsamvet In Hindi
प्रेम का अर्थ ही भुला बैठा है आधुनिक समाज, हम ऐसे युग में...
हैदराबाद की घटना पर देशभर में कमोबेश चुप्पी है। हत्याएं अब इंसानी फितरत न हो के...
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का चिंतन शिविर: आक्रमण नहीं,...
सवाल आक्रमण और अभियान में अंतर को समझने का है। विपक्ष की रणनीति तो अभियान की ही...
किस्सा ए लाल किला: यानी राजतंत्र से लोकतंत्र तक सफर
अपनी गिरप्तारी के दौरान बहादुरशाह जफर ने एक गजल “बयाने-गम” लिखी। उसके कुछ शेर पर...
उदासीन अदालतें और न्याय का नया मॉडल पेश करती सांप्रदायिक...
यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सुख के प्रतीक राम के जन्मदिन पर मध्यप्रदेश के खरगोन...
रामनवमी: राम की ईश्वरीय मनुष्यता और वर्तमान समाज
राम को समझने और उनके मानवीय यथार्थ को जानने के लिए ‘‘रामनवमी’’ की प्रतीक्षा जरुरी...
महत्वपूर्ण यह नहीं है कि झंडे का रंग कैसा है, बल्कि महत्वपूर्ण...
दिग्विजय सिंह के नर्मदा यात्रा के चार वर्ष पूरा होने पर इस धार्मिक यात्रा के सहयात्री...
राजनीतिक दर्शन में महंगाई, सांप्रदायिकता और भारतीय समाज
राजनीति में दार्शनिकता का सर्वथा अभाव नजर आ रहा है। इसलिए तात्कालिकता हावी है और...
द कश्मीर फाइल्स: वैसे फाइलें तो और भी हैं
डिसक्लेमर : "मैंने कश्मीर फाइल्स फिल्म नहीं देखी है और न ही देखूंगा। यह लेख कश्मीर...
यूक्रेन संकट: खलनायक से बेहतर है विदूषक
भारत की सरकार और अधिकांश जनता के लिए इस युद्ध के छिड़ने के मायने वहां पढ़ रहे भारतीय...
माननीयों को क्यों मिले मुफ्त सुविधाएं, आप क्या सोचते...
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने पूर्व विधायकों की भत्ता बढ़ाने...