Opinion at Humsamvet In Hindi
आज़ादी का अमृत महोत्सव और 9 अगस्त की प्रासंगिकता, मूल्यों...
वर्तमान समय में जब हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, तब हमारे सामने आजादी...
अशोक स्तंभ: यह पत्थरों पर उकेरी रेखाएं हैं, मोम पर नहीं
संविधान ने यदि तिरंगे और अशोक चक्र का निर्धारण राष्ट्रीय ध्वज के रूप में कर दिया...
लोकतंत्र का नया शाहगंज मॉडल, समरस का सियासी ढोंग
शाहगंज मॉडल असल में लोकतंत्र का राजशाही स्वरूप है.. यह बहुत गंभीर प्रश्न है जो लोकतंत्र...
हिंसा: यह कोई रिटर्न गिफ्ट नहीं है
हम सबके लिए यह चिंता का विषय होना चाहिए कि भारतीय सामाजिक संरचना में यह परिवर्तन...
बुलडोज़र से ध्वस्त होती न्याय व्यवस्था और गांधी की राह...
हिंसा असल में विचारों की पवित्रता को प्रदूषित कर देती है। हिंसा भेस बदल कर अहिंसा...
मानव समुदाय की विविधता से भरे सांस्कृतिक गुलदस्ते से एक...
सर्वधर्म समभाव को लेकर महात्मा गांधी ने लिखा है, 'प्रतिपक्षी को यदि हम झूठा मानते...
World Environment Day: नहीं संभलें तो और तपेगी धरती, पिघलेंगे...
आज 5 जून को हम ‘विश्व पर्यावरण दिवस' मना रहे हैं। विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की थीम...
सांप्रदायिकता के भंवर में डूबे भंवरलाल, 59 सेकेंड और 14...
भंवरलाल जैन की हत्या दिगंबर जैन समाज के एक व्यक्ति की हत्या भर नहीं है। यह भारतीय...
Principal Forced To Touch Student Feet: बलिहारी शिष्य आपने...
अहमदाबाद में कॉलेज प्राचार्या को छात्रा के पांव छूने को मजबूर करना हमारे समाज में...
प्रेम का अर्थ ही भुला बैठा है आधुनिक समाज, हम ऐसे युग में...
हैदराबाद की घटना पर देशभर में कमोबेश चुप्पी है। हत्याएं अब इंसानी फितरत न हो के...